राधे-राधे Radhe-Radhe

राधे-राधे बोलने से मन को अपार आनंद की प्रात्ति होती है। इस अपार आनंद को सदैव बनाएं रखने के लिये राधे राधे,हर हर महादेव, जय श्री राम बोलते रहना होगा। यही जयघोष हमें अंदरूनी ताकत देता है। बाहरी ताकतों से लड़ने की। सच को कोई दबा नहीं सकता है। कोई दबाने का यतन भी करता है तो कुछ समय के लिये। यह संसार एक बड़ी पाठशाला है सब को इसका विद्यार्थी बनना ही पड़ता है। सबकुछ यहीं से सीखना पड़ता है और सिखाना पड़ता है। एक अच्छा जीवन जीने के लिये यह हर हाल में स्वीकार करना ही पड़ता है सब कुछ किसी को नहीं मिलता है। हर किसी को किसी का अभाव रहता ही है। भले ही कह दे सब ठिकठाक है। अच्छा जीवन जीने के लिये दिमाग का अधिक प्रयोग और जुबान का कम प्रयोग होना चाहिये। जिस किसी का काम बोलने लगता है उसको किसी भी को बोलकर समझाने की जरूरत नहीं पड़ती। सच यही है कि प्रतिष्ठा देखकर ही संबंध बनाएं जाते हैं। नमस्कार के भी मतलब हजार होते हैं। हर सुबह जीवन में कुछ शर्तें लेकर आती हैं। हर शाम हमें कुछ अनुभव देकर जाती हैं। जीवन बदलने वाले व्यक्ति को देखना चाहते हो तो दर्पण के सामने खड़े हो जाओ वो दिखने वाला व्यक्ति आप हो ...