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सच truth

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  कमियों और खुबियाँ,सफलता असफलता एक आवरण से ढकी रहती हैंं जब प्रकट होती है तब पता चलता है। तब हम कह सकते है कि यह या वह ऐसा हैं। पुर्वानूमान अकसर गलत भी सिद्व हो जाते है। आपके अनुकूल करे वह अच्छा और ना करें तो ठीक नहीं।  सफल होने पर खुबियाँ और असफल होने पर कमियाँ ढूंढ लेते है लोग जब तक आप काम के हो तब तक आपको पहचान ते है दिया जलाने के बाद तो तीली फेंक देते है। जब तक बैल बहे घाणी तब तक सार घणैरी,थकिऐ बैल की सार न जाणै डोले गली-गली मित्रता और शत्रुता के पीछे कम से कम एक कारण तो जरूर होता है। पाणी कोनी पाट्ह पर रिश्ता पाट जावै है हाल यही है दोस्तों  ना रूका जाए ना भागा जाए आसान काम विश्वास खोना और मुश्किल काम विश्वास पाना एव कठिन से कठिन काम विश्वास बनाए रखना। जिसके पास चाबी होती है ताला वही खोलता है। बाकि तो सब ताला तोड़ने वाले होते है।  कई बार जोड़ तोड़ से भी काम चल जाता है। लेकिन मानवीय रिश्ते -नाते बेजोड़ होने चाहिए इनमें जोड़ नहीं चलता  झिंटा जे दूसरह ग हाथ मं दिंया। अगलो पट्टै जिंया ही पट्टै। दूसरों के इशारों पर नहीं नाचना चाहिए। भूतकाल से कुछ सिखो वर्तमान में सका...