पहला कदम सफलता की ओर First step toward success
जब हम किसी काम को पहली बार करते हैं तो झिझक ज्यादा रहती हैं। चाहे विद्यालय का पहली दिन या किसी काम का पहला अवसर। घबराहट तब ज्यादा बढ जाती हैं जब पहला नया कदम और नया शब्द बोलना। जब हम कोई लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं तो तब दूसरे लक्ष्य की ओर बढ़ाने की तरफ होंगे। जीवन लक्ष्य प्राप्त का मंच है। खुद से झूठ बोलने अन्य से झूठ बोलने से ज्यादा खतरनाक है। झूठ से बोलना अच्छी आदत नहीं हैं। हमें हकीकत से बहुत दूर ले जाती है। हम कठिनाइयों को गिनती करते रहते हैं जबकि चाहिए की हमें खुशियों को गिनना चाहिए। उदासी के अनेकों कारण हो सकते हैं पर समाधान एक ही सकारात्मक बने रहें। कष्ट और विपत्ति में भी अच्छी शिक्षा पाई जा सकती है। यदि उदैश्य सामाजिक है तो फिर गलतियों का कोई बड़ा महत्व नहीं हैं। मेंहदी बाँटने वालों को अलग से हाथों में मेंहदी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। छोटे बच्चों के साथ रहने वाले कम दुखी रहते हैं। अगर अहंम आड़े नहीं आते हो। जीवन में उम्मीद हमेशा बनी रहनी चाहिए। उम्मीद रहित जीवन भी क्या जीवन हैं। आप सही रास्ते पर रहो कहानियां बनती बिगड़ती रहती हैं। कोई आपको किसी का चमचा किसी का अंध भक्त या हठी कहेग...