जीवन
जीवन कब अंतिम सोपान पर चला जाता है पता ही नहीं लगता है
जीवन एक सच्चाई है। वैसे जीवन का कोई ठोस उद्दैष्य नहीं होता है। इसको सही ढंग से जीना होता है। जो सामाजिक दायरों से बंधा होता है। कुछ अवश्य कार्य करने होते हैं। कुछ करने की मनाही होती हैं।
जो इस भौतिक संसार में आया था उन्होनें कुछ न कुछ किया था। जिनका काम हमें अच्छा लगा वो हमारे आदर्श है। जिनका काम हमें अच्छा नहीं लगा वो हमारे आदर्श नहीं हैं।
जीवन तभी सफल होता है जब जीवन छलचंदो;जयचंदो रहित हो। इतिहास गवाह है जब अपने ही षड़यंत्र करने लगे या षड़यंत्र रचने वालो का साथ देने लगे तब जीवन जीवन नहीं रहता जीवन एक पार्थिव देह की यात्रा बन जाता है
जब अपने ही अपनों के विरूद्व हो जाते हैं तो वो ताकतें सक्रिय हो जाती हैं जो आपके विरूद्व है।
व्यति का जीवन ;समाज का जीवन और क्षेत्र का जीवन ज्यादात्तर अपने ही अपनों के विरूद्व खड़े हो जाये तो जीवन अवश्य ही प्रभावित होता है
जीवन में संघर्ष हर पल बना रहता है संघर्ष के बीना जीवन नहीं हो सकता
सुख-दुख में समान रहने की कोशिश करनी चाहिए
जीवन में विज्ञान और धर्म की बड़ी भुमिका होती हैं सफल असफल होने में। कुछ हद तक भाग्य का भी योगदान होता है
कुछ नास्तिक होते हैं और ज्यादात्तर आस्तिक होते हैं सबकी अपनी -अपनी मान्यताएँ होती हैं
जीवन दृश्य -अदृश्य चीजों से भी प्रभावित होता रहता है
जीवन में प्रयोग ही रंग भरते हैं सार्वभौमिक सत्यों को छोड़कर हमेशा प्रयोग करते रहना चाहिए
जीवन बहुत से बंधनों से बंधा रहता है ताकि दुसरों का जीवन ठीक से चल सके। तभी तो समाज को नियम की आवश्यकता हुई। नियम बने
जीवन में आये संकट तो जो साथ छोड़ दें वो अपने नहीं उन पर दूसरी बार विश्वास नहीं करना चाहिए
जीवन का धर्म यही कहता है कि धर्म निभाओ
जीवन में स्थाई कुछ नहीं होता सिवाय मृत्यु के
जीवन में कामनाएँ ही ज्यादात्तर फलित होती हैं क्योंकि चेष्टा ही अपने अनुकूल करने की लगी रहती हैं
Life is a confluence of happiness and happiness, when one comes, the other comes out of life, the same sequence of life continues from the beginning to the end. Everybody's life is full of struggle. Whoever has nothing wants to get it. The one who has it keeps on adding more to save it. The same order continues
Life does not seem to go on
Life is a fact However, there is no concrete objective of life. It has to live correctly. Which is tied to social circles. Certain tasks have to be done. It is forbidden to do anything.
Those who came to this material world had done something. Those whose work we liked are our ideals. Those whose work we did not like are not our ideals.
Life is successful only when life is deceitful, without fear. History is a witness when life starts with its own conspiracy or people who create conspiracies, then life does not last, life becomes a journey of a dead body
When you become against your own people, then those forces become active against you.
Life of the person; Life of the society and life of the area is affected, if most of you stand against your own people.
Struggle in life remains every moment life cannot exist without struggle
Should try to be equal in happiness and sorrow
Science and religion have a big role in life in successful failure. To some extent luck also contributes
Some are atheists and most are believers all have their own beliefs.
Life is also affected by visual things.
Experiments fill color in life, except universal truths, we should always keep experimenting.
Life is tied with many bonds so that the lives of others can run properly. That is why society needs rules. Be the rules
Those who leave the crisis in life, they should not trust themselves, they should not trust them a second time
Religion of life says that follow religion
Nothing happens in life except death
Wishes in life mostly result because attempts are on to adapt
Bahut badhiya
ReplyDeletethank you
ReplyDeleteबहुत खुबसुरत विचार है जी....
ReplyDeleteउतम विचार
ReplyDeleteजी
DeleteCorrect
ReplyDelete✅
ReplyDeleteGood afternoon
ReplyDeletenice article on each life.
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