नैतिकता का पाठ

नैतिकता आचरण / व्यवहार की वह एक शाखा है जो समाज के भीतर सही और गलत की अवधारणा को अंतर करती है। लगभग हर समाज द्वारा वर्णित नैतिकता बहुत हद तक समान हैं। यह अवधारणा सरल है क्योंकि हर व्यक्ति एक-दूसरे से अलग है अलग -अलग होने के कई बार यह संघर्ष का कारण भी बन सकता है। नैतिकता की अवधारणा मुख्य तो एक समाज की संस्कृति और धर्म पर आधारित है। सच में चरित्र ही नैतिकता होती है। आदतें और चरित्र उन नैतिक मूल्यों के बारे में बताते हैं जो हमारे पास हैं। दूसरे शब्दों में एक व्यक्ति के नैतिक मूल्य उसके चरित्र को परिभाषित करते हैं। हम सभी को समाज द्वारा निर्धारित नैतिकताओं के आधार पर क्या अच्छा है और क्या बुरा है इसके बारे में बताया गया है। नैतिकता की सोच नैतिकता की सोच के हर स्तर पर दिखाई पड़ती है। नैतिकता एक ऐसे व्यक्ति के बारे में निर्धारित मानकों का विश्लेषण करती है जो किसी भी स्थिति में व्यक्ति को उचित व्यवहार करने की अनुमति देता है। नैतिकता यह सिखाती है कि हम सही और गलत की अवधारणा को कैसे समझते हैं यह मूल रूप से नैतिक सिद्धांतों के उत्पत्ति और मौलिक अर्थ को देखता है। जहाँ नैतिक यथार्थवादिय...