
शायद ही कोई भविष्य का अनुमान लगा सकता हो। लेकिन हम चुन सकते हैं कि हम कौन से रास्ते अपनाने है।क्या करने की उम्मीद करते हैं जो हर कोई करता है। हर कोई अपने जीवन में सबकुछ अच्छा हो और जीवन अच्छे से चले। इसी प्रयास में लगे रहते है। मानव चाहता है वह हर बार नहीं होता है अहंकार हमेशा जोर से बात करता है। अपना ही सबकुछ मनवाने में लगा रहता है। पर सच्चाई सर्वोपरी होती है। हम सब, हमेशा, हर चीज के बारे में कुछ न कुछ कहते रहते हैं। राय देते रहते है। ऐसा क्यों है कि कुछ लोग दूसरों की तुलना में अपने आप को अधिक महंत देते हैं। आपको जीवन मिल गया है और किसी और की तुलना में नहीं। यह मानव स्वभाव है: हम हर चीज का शोषण करते हैं, जब तक कि हम या तो गिर नहीं जाते हैं। या हमें कोई गिराए नहीं तब तक शोषण करते रहते है। मानव दूसरों की सफलता या असफलता को ज्यादा अच्छे से देखता है। वह स्वयं किस स्तर पर खड़ा है। या होना चाहता इसका ध्यान कम ही रखते है। जब तक आप किसी भूमिका मे होते है तब तक अस्तित्व में रहते हो। जैसे ही काम निकला आपको लोग भूलने लगते है। बहुत कम लोग है जो आप...