शायद ही कोई भविष्य का अनुमान लगा सकता हो। लेकिन हम चुन सकते हैं कि हम कौन से रास्ते अपनाने है।क्या करने की उम्मीद करते हैं जो हर कोई करता है। हर कोई अपने जीवन में सबकुछ अच्छा हो और जीवन अच्छे से चले। इसी प्रयास में लगे रहते है। मानव चाहता है वह हर बार नहीं होता है 

अहंकार हमेशा जोर से बात करता है। अपना ही सबकुछ मनवाने में लगा रहता है। पर सच्चाई सर्वोपरी होती है। 

हम सब, हमेशा, हर चीज के बारे में कुछ न कुछ कहते रहते हैं। राय देते रहते है। ऐसा क्यों है कि कुछ लोग दूसरों की तुलना में अपने आप को  अधिक महंत देते हैं। आपको जीवन मिल गया है और किसी और की तुलना में नहीं।


यह मानव स्वभाव है: हम हर चीज का शोषण करते हैं, जब तक कि हम या तो गिर नहीं जाते हैं। या हमें कोई गिराए नहीं तब तक शोषण करते रहते है।


 मानव दूसरों की सफलता या असफलता को ज्यादा अच्छे से देखता है। वह स्वयं किस स्तर पर खड़ा है। या होना चाहता इसका ध्यान कम ही रखते है।


जब तक आप किसी भूमिका मे होते है तब तक अस्तित्व में रहते हो। जैसे ही काम निकला आपको लोग भूलने लगते है। बहुत कम लोग है जो आपके किये उपकार को मानते रहते है।


क्या हम बस पल-पल जीना शुरू करते हैं और समझते हैं कि हमारे कार्य, हमारे शब्द, हमारे कर्म हमारे स्वयं के हैं और इसलिए हमारी जिम्मेदारी है?


आप यहाँ क्या करते हैं किस लिए करते है  याद रखें! इनाम आपके जीवन और आपके द्वारा बनाई गई दुनिया है, यादें और सकारात्मकता आपके जीवन के कारणों को बदल देती हैं। अगले जीवन या स्वर्ग की प्रतीक्षा न करें। इसे यहाँ बनाएँ!


अपने आसपास की दुनिया को देखें। ऐसी कई चीजें हैं जो गलत हैं और उन्हें बदलने की जरूरत है। उनके लिए भगवान को दोष देना बंद करो!


ईश्वरीय हस्तक्षेप की अपेक्षा न करें! हम इस ग्रह के निवासी हैं यह हमारी जिम्मेदारी है। अपने आप पर विश्वास करें और आपको अपने आसपास की दुनिया में बदलाव लाना होगा। छोटे से शुरू करो, परिवर्तन व्यक्ति द्वारा व्यक्ति होता है।


क्रांति शुरू करो। यह विश्वास करना शुरू करें कि ईश्वर आपके भीतर रहता है और अन्य लोगों में स्वयं के उस पूर्ण भाग की कल्पना करता है।


Hardly anyone can predict the future. But we can choose which routes we take. What do we expect everyone to do. May everyone have everything good in their life and life go well. They are engaged in this endeavor. Human does not want that every time The ego always talks loudly. He keeps on making everything his own. But the truth is universal. We all, always, say something about everything. Keep giving opinions Why is it that some people give more importance to themselves than others. You've got life no more than anyone else. It is human nature: we exploit everything, until we either fall. Or do not let us down till then we keep exploiting. Human beings see the success or failure of others better. At what level does he himself stand? Or wants to be less taken care of. As long as you are in a role, you remain in existence. As soon as work is done, people start forgetting you. There are very few people who keep believing your favor. Do we just start living moment by moment and understand that our actions, our words, our actions are our own and therefore our responsibility? Remember what you do here for what you do! The reward is your life and the world you create, memories and positivity change the causes of your life. Do not wait for the next life or heaven. Make it here See the world around you. There are many things that are wrong and need to be changed. Stop blaming God for them! Do not expect divine intervention! We are residents of this planet, it is our responsibility. Believe in yourself and you will have to change the world around you. Start small, change happens person to person. Start a revolution Start believing that God resides in you and imagine that perfect part of yourself in other people.

Comments

Popular posts from this blog

free traffic to your youtube channel...

Why the usage of a Diaper is useful in addition to dangerous on your infant?

टूटे रिश्तों का मतलब? Broken Relationship Meaning?