टीम लीडर्स का व्यवहार कैसा होना चाहिए?
टीम लीडर्स का व्यवहार - यह कहना गलत नहीं होगा कि हम सब एक टीम लीडर्स नहीं होते हैं। और यह भी सच है कि हम एक टीम का हिस्सा जरूर होते हैं। सामाजिक क्षेत्र में परिवार सबसे और महत्वपूर्ण टीम (इकाई,समूह ) होती हैं। बीना टीम लीडर के एक टीम का गठन नही हो सकता। हम देखते हैं हर छोटी बड़ी टीम,दल या समूह का एक निश्चय ही नेतृत्व के पद पर रहता। जैसे गांव में सरपंच,विद्यालय में प्रधानाचार्य,सेना में कमांडर और देश में राष्ट्राध्यक्ष। कहने का मतलब बीना लीडर के टीम का गठन नही हो सकता। अंतिम निर्णय प्रमुख पद का माना जाता है। उस निर्णय पर पहुँचने के लिए टीम लीडर् अपने टीम सदस्यों से सलाह करके कोई निर्णय लेने से वांछित लक्ष्य प्राप्त करना आसान हो सकता है। टीम लीडर्स को चाहिए कि मुश्किल समय में विनम्रता को नहीं छोड़ना चाहिए,टीम लीडर्स को हर समय साहस और धैर्य रखना चाहिए। अपनी बात सदस्यों को समझना और उनकी बात को समझना बेहद जरूरी होता है। हर सदस्य मजबूत नहीं होते हैं,विषयों पर हर सदस्य की एक जैसी पकड़ नहीं होता है। कोई सदस्य कोई काम तो वह करना चाहता है तो लेकिन कर नहीं पा रहा है,तो उसको उस काम के लिए समय दे...