the effect of a brilliant thought विचार का प्रभाव
मैं यह काम कर सकता हूँ यह विश्वास है और यह काम मैं अकेला ही कर सकता हूँ यह अंधविश्वास हैं। भ्रम है भुल हैं।
अच्छी मित्रता आंनद को बढा देती हैं और दुखों का कम अवश्य कर देती हैं। मित्रता का बड़ा उदाहरण भगवान कृष्ण और सूदामा का है।
अपना बनाने के लिये बहुत सी खूबियाँ कम पड़ जाती है
जबकि किसी को खोने के लिये अदद एक कमी एक चूक बहुत होती हैं।
जो भी करो पुरी लग्न से करो, पुरी यकीन से करो सफलता अवश्य मिलती हैं।
जब काम मन मुताबिक न हो तब भी धैर्य रखो
धैर्य की परीक्षा बुरे समय में होती हैं।
जब जीवन में सब उल्ट-पुल्ट मची हो तो भी शांति से ही काम लेना चाहिए।
भगवान श्री राम जी ने कभी धैर्य नहीं खोया आज भी पुरुषोत्तम पुरुष कहलाते है।
मंथरा,कैकेयी,सकुनि...आदि का तो कोई नाम भी नहीं रखना चाहते हैं।
ऐसा जरूरी नहीं हैं कि जो हम सोचते हैं जीवन में वैसा हो ही हो। सोचते कुछ है। और होता कुछ और है। तब भी धैर्यवान बने रहना चाहिए।
परिणाम बदलने के लिये बड़े स्तर के बदलाव करने पकते हैं। हर असफलता एक बड़ी सीख देती है। असफलता को असफल करो न कि अपने आप को असफल करो।
सफलता -तैयारी,मेहनत और असफलता से सीखने का फल है। ध्यान भटकने से असफलता ही हाथ लगती है।
श्रद्धा ज्ञान का,विनम्रता मान का और योग्यता स्थान का प्रतिक है।
मेरा मानना है जीवन में खत्म होने जैसा कुछ नहीं हैं। हमारे सामने एक उम्मीद हमेशा रहती है। जो उम्मीदों के द्वार खोल सकती है। और आगे का जीवन जीने की वजह या राह बन जाती है।
विपरीत समय में भी घबराना नहीं चाहिए। भुलकर भी अमानवीय व्यवहार नही करना चाहिए। हालात सुधारने के बजाय ओर बिगड़ जाते हैं।
सफल होने की कोशिश आपको ही करनी है। हां कोई राह दिखा सकता है कुछ बता सकता है।
जिसने अच्छा सान्निध्य या अच्छा साहित्य अपना लिया। वह कभी अकेलापन महसूस नहीं करता है
शुरुआत से लेकर अंत तक सावधानी रखने से असफलता की गुंजाइश कम होने लगती है।
एक समय ऐसा था जब हिमाचल की चोटी पर पहुँचना लगभग असंभव सा था। लेकिन बार-बार प्रयास से सफल हो पाया आज तांता लगा रहता है चढने का और सफल होकर उतरने का।
कोहरा हमें सीखाता है कि कोई रास्ता न दिखे तब भी चलो भले ही धीरे चलो। यात्रा पुरी हो सकती है।
न्याय और अन्याय जीवन के दो सच्चे पक्ष है जिनसे हर व्यक्ति को सामना करना पड़ता है।
अभाव ही प्रयास करवाते हैं
अपनी कमजोरी का हर किसी के आगे प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। जैसे सांप जहरीला ना होने के बावजूद भी फुफकारना नहीं छोड़ना चाहिये। जान पर बन आती हैं
I can do this work, this is faith and I can do this work alone, these are superstitions. Confusion is forgotten.
Good friendship enhances your enjoyment and reduces suffering. The great example of friendship is that of Lord Krishna and Sudama.
Many qualities are lacking to make our own
Whereas to lose someone is always a lack of a lot.
Whatever you do, do it with complete ascendant, do it with full confidence and you will get success.
Be patient even when the work is not in your mind
Patience is tested in bad times.
When everything in life is uprooted, one should work peacefully.
Lord Shri Ram never lost patience even today, he is called Purushottam Purush.
Manthara, Kaikeyi, Sakuni… etc. do not even want to name any.
This is not necessarily what we think should happen in life. Thinking something. And something happens. You should still be patient.
It takes a lot of changes to change the results. Every failure makes a big lesson. Fail the failure and not yourself.
Success is the fruit of learning with preparation, hard work and failure. Failure results from wandering meditation.
Shraddha is a symbol of knowledge, of humility and of ability.
I believe there is nothing like ending in life. There is always an expectation before us. Which can open the door to expectations. And it becomes the reason or way to live life ahead.
Do not panic even at the opposite time. Don't forget to behave inhumanly. Things deteriorate rather than improve.
You have to try to be successful. Yes someone can show a way, can tell something.
One who has adopted good literature or good literature. He never feels lonely
Taking care from beginning to end reduces the chance of failure.
There was a time when it was almost impossible to reach the peak of Himachal. But with repeated efforts, I was able to succeed, today, there is a tendency to climb and get successful.
Fog teaches us that even if there is no way out, walk still, even if you walk slowly. The journey can be completed.
Justice and injustice are the two real aspects of life that every person has to face.
Lack only make us try
Your weakness should not be demonstrated in front of everyone. For example, even if the snake is not poisonous, it should not be stopped. Come to life
Comments
Post a Comment